*Hindi/हिंदी*
*सताए गए चर्च की दैनिक प्रार्थना अपडेट*
*पर्सिक्यूशन रिलीफ द्वारा*
*गुरुवार, 25 दिसंबर, 2025*
🌟 *उत्पीड़ित संतों की ओर से क्रिसमस का संदेश*
जंजीरों में जकड़े लोगों के राजदूत के रूप में, मैं अपने सताए हुए भाइयों और बहनों की ओर से चर्च में खुशखबरी लाना चाहता हूं।
*कठिनाई के बीच आशा*
सताये समुदायों के कई सताये गए संत अपनी क्रिसमस की शुभकामनाएं भय के साथ नहीं, बल्कि आशा और शांत दृढ़ता के साथ साझा कर रहे हैं।
कठिन समय में यीशु में आशा इस गहरे विश्वास से उत्पन्न होती है कि परमेश्वर का दुख में भी एक उद्देश्य होता है। पीड़ा के माध्यम से विश्वास निखरता है, हृदय मजबूत होते हैं और परमेश्वर के साथ घनिष्ठता बढ़ती है। पवित्र शास्त्र हमें आश्वासन देता है कि अंधकारमय क्षणों में भी हम कभी अकेले नहीं होते। परमेश्वर का प्रेम अटल रहता है और उनका उद्धार सदा उपस्थित रहता है।
*विपत्ति में आनंद*
हमारे कई बच्चे जिनके माता-पिता अपने विश्वास के कारण जेल में हैं या अभी भी कैद में हैं – एक असाधारण खुशी व्यक्त कर रहे हैं जो हमारे दिलों को गहराई से छू जाती है।
एंसी, जिनके माता-पिता लंबे समय तक जेल में रहे, ने ये शब्द कहे: “मैं खुद को बहुत सौभाग्यशाली और सम्मानित महसूस करती हूं कि कम उम्र में ही प्रभु ने मुझे कठिनाइयों से गुजरने का अवसर दिया। मुझे अपने यीशु से बहुत प्रेम है”
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ऐसे उदाहरण बचपन से ही स्थापित विश्वास की शक्ति को प्रकट करते हैं। अकल्पनीय दुःख के बावजूद, ये बच्चे और अनगिनत सताए हुए संत दृढ़ बने हुए हैं, जो साहस, आनंद और आध्यात्मिक शक्ति का प्रतिबिंब हैं, जो केवल मसीह से ही प्राप्त हो सकती है।
*खतरे में विश्वास*
कई राज्यों में क्रिसमस समारोहों को रोका और बाधित किया जा रहा है। उत्तर भारत के कई राज्यों में क्रिसमस मनाना खतरनाक हो गया है, और हम पहले ही ऐसे लगभग 15 मामले दर्ज कर चुके हैं।
कई विश्वासियों के लिए, यह क्रिसमस कुछ फीका है। फिर भी उनके दिलों में खुशी है – क्योंकि जिस उद्धारकर्ता की वे आराधना करते हैं, वह अभी भी जीवित है। कई लोग निजी तौर पर इकट्ठा होकर अपने विश्वास का जश्न मनाते हैं। गुप्त रूप से भी गाने, प्रार्थना करने और खुशी मनाने की उनकी इच्छा उनके अटूट विश्वास को सशक्त रूप से दर्शाती है।
*याद रखने योग्य एक बुलाहट*
इस क्रिसमस पर, यह अत्यंत आवश्यक है कि हम उन लोगों को याद करें जो अपने विश्वास के कारण सताव का सामना कर रहे हैं। चर्चों को 2026 में, साप्ताहिक और रविवार की प्रार्थना सभाओं में सभी उत्पीड़ित संतों को याद करना अनिवार्य बनाना चाहिए – उनके लिए प्रार्थना करें और एकता में उनके साथ खड़े रहें।
क्रिसमस मनाते हुए, आइए हम रुककर अपने सताए हुए भाइयों और बहनों से आ रहे आशा, आनंद और दृढ़ता के संदेशों पर विचार करें। उनका विश्वास हमें चुनौती देता है, प्रेरित करता है और हमें न केवल क्रिसमस के दौरान, बल्कि हर दिन उनके साथ एकजुटता से खड़े होने का आह्वान करता है।
भारत में सताए गए संतों की ओर से 🇮🇳
*शिबू थॉमस*
पर्सिक्यूशन रिलीफ के संस्थापक
📞 व्हाट्सएप: +91 9993200020*
🌟 *मीडिया से सताव का जानकारी*
1. *धर्मांतरण के विरोध में बालोद जिले [छत्तीसगढ़] में बंद किया गया* ।
https://www.bhaskar.com/amp/local/chhattisgarh/balod/news/balod-district-remains-closed-in-protest-against-religious-conversion-136758751.html
2. *गौरेला पेंड्रा मारवाही जिला [छत्तीसगढ़] धर्मांतरण के विरोध में बंद है* ।
https://www.bhaskar.com/amp/local/chhattisgarh/gaurela/news/gaurela-pendra-marwahi-district-closed-in-protest-against-religious-conversion-136757977.html
🌟 *अदालती ⚖️सुनवाई पर जानकारी*
1. *उत्तर प्रदेश राज्य के अयोध्या जिले से अनुग्रह जॉय, सुमित जॉन और रोशन निषाद* के मामले की सुनवाई, जो 24/12/2025 को निर्धारित थी, 05/02/2026 तक के लिए स्थगित कर दी गई है। पिछली सुनवाई में मुख्य शिकायतकर्ता ने उनके पक्ष में अपना बयान दिया था। उन पर उत्तर प्रदेश धर्म के गैरकानूनी धर्मांतरण निषेध अधिनियम 2021 की धारा 3 और 5 (1) तथा धारा 351 के तहत आरोप लगाए गए हैं। चर्च, सभी प्रार्थना करते रहे कि सभी को सारे झूठे आरोपों से बरी कर दिया जाए ।
2. *उत्तर प्रदेश राज्य के शाहजहाँपुर जिले के पास्टर जोशुआ, सिस्टर किरण और अस्मित* की मामल 24/12/2025 को निर्धारित सुनवाई अब 22/01/2026 को होगी। उन पर उत्तर प्रदेश गैरकानूनी धर्मांतरण निषेध अधिनियम, 2021 की धारा 3 और 5(1) के तहत आरोप लगाए गए हैं। चर्च प्रार्थना में जारी रखें।
1 & 2 जैसे कि पर्सिक्यूशन रिलीफ को सूचित किया गया है ।
🌟 📖 पर्सिक्यूशन रिलीफ दैनिक बाइबल पठन भाग सताव पर:*
▪अय्यूब अध्याय 34,35
▪हाग्गै अध्याय 1,2
▪भजन संहिता अध्याय 144
🤝 *सताव सहन करने वालो के लिए सहायता और मदद*
*बुनियादी ज़रूरतों में सहायता*
यदि आप सताए गए लोगों के किसी ऐसे परिवार को जानते हैं, जिसे किसी बुनियादी ज़रूरत है, तो कृपया हमसे +91 9993200020 पर संपर्क करें।
*सताव सह रहे ईसाइयों के लिए आश्रय*
यदि आप सताए गए ईसाई हैं, और आपको आश्रय की आवश्यकता है, तो हम आवश्यक व्यवस्था करने के लिए तैयार हैं।
व्हाट्सएप : 📲+91 9993200020
*कानूनी सलाह और तत्काल सहायता*
सभी कानूनी परामर्श और सताए गए चर्च के लिए तत्काल सहायता के लिए, पर्सिक्यूशन रिलीफ टोल फ्री हेल्पलाइन पर कॉल करें:
📲1800-1234-461
*सताए गए चर्च के लिए प्रार्थना में हमारे साथ जुड़ें*
कृपया निम्नलिखित भाषाओं में सताव पर हमारे दैनिक प्रार्थना अपडेट की सदस्यता लेकर भारत में सताए गए ईसाइयों के लिए प्रार्थना करने के लिए हमारे साथ प्रार्थनापूर्वक भागीदार बनें: अंग्रेजी, हिंदी, मलयालम, उड़िया, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मराठी, असमिया, बंगाली, गुजराती, पंजाबी और भोजपुरी। कृपया हमें अपना नाम, जिला और पसंदीदा भाषा व्हाट्सएप:
📲+919993200020 पर भेजें।
*अनुवाद के लिए स्वयंसेवक*
यदि आप इनमें से किसी भी भाषा में अनुवाद करने के लिए स्वयंसेवक बनना चाहते हैं,तो कृपया हमें अपना नाम, जिला और मुख्य भाषा,📲 व्हाट्सएप: +919993200020 पर भेजें।
*निवेदन*
कृपया पर्सिक्यूशन रिलीफ दैनिक प्रार्थना बिंदुओं को सभी ईसाई प्रार्थना योद्धाओं और चर्चों को अग्रेषित करें।
🔗www.persecutionrelief.org/pray/
*अस्वीकरण*
*महत्वपूर्ण नोट*
पर्सिक्यूशन रिलीफ प्रार्थना अपडेट केवल एक ही उद्देश्य से पोस्ट किए जाते हैं— *सताव सह रहे* और *उत्पीड़कों* के लिए *प्रार्थना* करना।
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*ईसाइयों के बीच निजी प्रचलन के लिए*
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